Thursday, November 28, 2013

VINDICATION OF SHANKARACHARYA OF KANCHI IN THE PUNDUCHERRY COURT VERDICT 10 YEARS AFTER WRONGFUL ARREST ON FALSE ACCUSATIONS IS A PATTERN EMERGING IN SONIA'S UPA GOVERNMENT STRONGLY POINTING TO CHRISTIAN CONSPIRACY




Wednesday, November 27, 2013


Ashok Singal sees a Christian Conspiracy



The verdict in the Puducherry court has vindicated that a Hindu Sanyasi had been purposely framed in a false case.  Sri Ashok Singhal in a statement expressed his opinion that the arrest and belittling of Kanchi Shankaracharya is clearly a Christian conspiracy to run down Hindu holy men and Hindu society, a habit of Sonia’s regime.  Sri Singal hoped that the pseudo-secular brigade of Sonia, Mulayam Singh Yadav and others will be routed by the Hindu society in the forthcoming Parliamentary polls.  

Statement of Sri Ashok Singhal, VHP Patron

पूज्य शंकराचार्य स्वामी जयेन्द्र सरस्वती जी पर लगाया गया आरोप
एक ईसाई षड्यन्त्र था।
मा0 अशोक सिंहल
संरक्षक विश्व हिन्दू परिषद्
इलाहाबाद, 27 नवम्बर 2013
                                  पूज्य जगद्गुरु शंकराचार्य कांची स्वामी जयेन्द्र सरस्वती जी को आज हत्या के आरोप से अदालत ने बरी कर दिया। अब यह स्पष्ट हो गया है कि 2004 की दीपावली की रात्रि के अन्धेरे में हैदराबाद के ईसाई मुख्यमंत्री राजशेखर रेड्डी द्वारा उन्हें एक बड़े षड्यन्त्र के तहत गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी भारत के हिन्दू समाज के सर्वश्रेष्ठ महात्मा को अपमानित करने की दृष्टि से की गई। सोनिया जी जब से भारत में आयीं हैं वह हमारी धार्मिक सांस्कृतिक आस्थाओं को कुचलने में लगी हैं। 2500 वर्ष से ख्यातिनाम भारत का सर्वश्रेष्ठ शांकर मत जिसके आचार्याें को भगवान के समान ही हमारा समाज मानता आया हैउनको केवल अपमानित ही नहीं किया गया वरन् उनके प्रति समाज की श्रद्धा व सम्मान का मीडिया के द्वारा उपहास उड़ाया गया। यह कार्य योजनाबद्ध रूप से सन्तोंआचार्याें,महन्तों और महात्माओं के प्रति श्रद्धाआंे को समाप्त करने के लिए जानबूझ कर अपनाया गया खुलेआम ईसाई षड्यन्त्र था। उन्हें पता है कि भारत पर राज करने के लिए उन्हें सन्तों और हिन्दुत्ववादी संगठनों के आस्तित्व को समाप्त करना होगा। इसलिए उन्हें अपराधी बनाने का जिससे उन्हें समाज हेय दृष्टि से देखे यह एक ईसाई षड्यन्त्र था। स्वामी जी के बेदाग छूट जाने से अब यह षड्यंत्र पूर्ण रूप से उजागर हो गया है। प्रज्ञा भारतीअसीमानन्द जी और अब तो मैं कह सकता हूं कि आसाराम बापू जिनके करोड़ों अनुयायी भारत में हैं उन्हें अपराधी घोषित करने का षड्यन्त्र किया जा रहा है। सोनिया जी के इस घृणित प्रयास को हिन्दू समाज कभी माफ नहीं कर सकेगा। उनको कभी न कभी इसका जवाब देना पड़ेगा। समय आ गया हैसमाज सेक्युलरवाद का नारा लगाने वाली सोनिया जी और ऐसे ही नास्तिक संगठन जिसमें मुलायम सिंह जैसे अनेक नेता सेक्युलरवाद के नाम पर हिन्दू संस्कृति और मान्यताओं को कुचलने में लगे हैं उनसे पूरा समाज सचेत हो जाय और आने वाले संसदीय चुनाव के महाभारत में उनका पूर्ण सफाया कर दे। तभी हिन्दू समाज और हमारे सन्त सुरक्षित रह सकते हैं।

No comments:

Post a Comment